Page 24 - MMTTP Guidelines Hindi
P. 24
और कल्याण को बढ़ाकर एक नेता के �प म� �ि�गत िवकास का अनुभव होगा। इसके िलए कभी-कभी
स्वयं के िहत से अिधक संस्थान के िहत म� सोचने क� आवश्यकता होती है।
ञ) उभरते �झान: �ितभािगय� को िशक्षा और शैक्षिणक संस्थान� के भिवष्य को सशक् त करने वाले उभरते
�झान�, नवाचार� और �ौ�ोिग�कय� क� खोज करके अपेक्षा से भी आगे रहकर कायर् करने के िलए सश�
बनाया जाएगा।
ट) दृि� क� स्प�ता: �त्येक �ितभागी को एनईपी'20 के उ�ेश्य� के अनु�प अपने संस्थान के िलए िविश�
चुनौितय� और अवसर� के आधार पर अपने िवजन को बढ़ाने हेतु दूसर� के साथ सहयोग बढ़ाने और अपने
िवजन को साकार करने हेतु रणनीितय� पर िवचार-िवमशर् करने के िलए �ोत्सािहत �कया जाएगा।
(vii) िविशष् ट रणनीितयाँ:
क) मुख्य भाषण, अिभ�ेरणीय नेता� क� गाथाएं: व् यावसाियक उ� िशक्षा के क्षे� म� नेता और दूरदश� लोग अपने
अनुभव, सामना क� गई चुनौितय� और अपनाई गई रणनीितय� को साझा कर�गे �क वे सफल संस्थान नेता कैसे
बने। उनक� अंतदृर्ि�यां �ितभािगय� को अिभ�े�रत और �ोत् सािहत कर सकती ह�।
ख) पैनल चचार्एँ: पैनल चचार्एं संस्थान नेतृत्व के िविभ� पहलु� पर आयोिजत क� जाएंगी, जैसे रणनीितक
योजना, िनणर्य लेना, नवाचार को बढ़ावा देना, सकारात्मक संगठनात्मक संस्कृित का िनमार्ण करना, संसाधन
जुटाना और िशक्षा प�रदृश्य म� चुनौितय� का समाधान करना। स्थािपत संस्थान� के िनदेशक/अध्यक्ष, कुलपित,
�ाचायर् सिहत अनुभवी नेता इन चचार्� म� भाग ल�गे और अपनी िवशेषज्ञता साझा कर�गे।
ग) केस स् ट्डी और सव��म �थाएं: सफल संस्थान� क� नेतृत्व �था� पर �काश डालते �ए, केस स्टडीज पर चचार्
क� जाएगी। ये केस स् टडीज नव�वतर्नशील दृि�कोण, �भावी प�रवतर्न �बंधन, छा�-क���त पहल�,
समावेिशता एवं िविवधता और सामुदाियक जुड़ाव पर क���त ह�गे।
घ) कायर्शालाएँ और �िशक्षण स�: संवादात् मक कायर्शालाएं और �िशक्षण स� शैक्षिणक संस्थान� से संबंिधत
िविश� नेतृत्व कौशल� और दक्षता� पर आयोिजत �कए जाएंगे। िवषय� म� रणनीितक योजना, टीम-िनमार्ण,
संचार और िहतधारक जुड़ाव, संघषर् समाधान, डेटा-�े�रत िनणर्य लेना और संगठनात्मक प�रवतर्न का �बंधन
शािमल होगा।
ड.) सहकम� िशक्षण और नेटव�क�ग के अवसर: �ितभािगय� को अनौपचा�रक स��, नेटव�क�ग �ेक और समूह
गितिविधय� के माध्यम से नेटवकर् बनाने और एक-दूसरे से सीखने के अवसर �दान �कए जाएंगे, जहां संस्थान
�मुख अपने अनुभव साझा कर सकते ह�, िवचार� का आदान-�दान कर सकते ह�, और संबंध बना सकते ह�।
च) �ि�गत िवकास और आत्म-�चंतन: कायर्�म को आत्म-�चंतन और �ि�गत िवकास के िलए समय देने हेतु
िडज़ाइन �कया जाएगा। बुि�मता, स् व-जाग�कता और भावनात्मक बुि�म�ा पर स� संचािलत �कए जाएंगे।
�ितभािगय� को उनके �ि�गत और संगठनात्मक िवकास के िलए स् व-मूल्यांकन और �ि�गत ल�य िनधार्�रत
करने हेतु संसाधन और उपकरण भी �दान �कए जाएंगे।
छ) उभरते �झान और �ौ�ोिग�कयाँ: कुछ स� िशक्षा म� भावी �झान� और िडिजटल प�रवतर्न, कृि�म बुि�म�ा,
�ि�गत िशक्षा और नव�वतर्नशील शैक्षिणक दृि�कोण जैसे िवषय� पर उभरती �ौ�ोिग�कय� के �भाव पर
चचार् करने के िलए सम�पर्त ह�गे। संस्थान के �मुख� को अि�म तौर पर सोचने और िवचार करने के िलए
�ोत्सािहत �कया जाएगा �क �झान उनक� नेतृत्व रणनीितय� को कैसे बढ़ा सकते ह�।

