Page 23 - MMTTP Guidelines Hindi
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�ाथिमकताएँ िनधार्�रत करने पर ध्यान क���त करना
ख) रणनीितक नेतृत्व िवकास: रणनीितक सोच कौशल िवकिसत करना, ज�टल चुनौितय� का िव�ेषण करना,
अिभनव दृि�कोण� क� खोज करना और प�रवतर्न एवं बदलाव लाने क� क्षमता बढ़ाना।
ग) टीम िनमार्ण और िहतधारक जुड़ाव: टीम नेतृत्व और सहयोग कौशल िवकिसत करने, एक समावेशी
संगठनात्मक संस्कृित को बढ़ावा देने और िहतधारक �बंधन क्षमताएँ मजबूत बनाने पर ध्यान क���त करना।
यह मॉ�ूल नेता� को सामूिहक िनणर्य लेने के साथ स्वािमत्व का माहौल कैसे बनाया जाए, इसके बारे म�
और भी अिधक जानकारी �ाप् त करने म� सहायता करेगा।
घ) नेतृत्व उत्कृ�ता: इसका ल�य डेटा आधा�रत िनणर्य लेने के िलए �णािलय� का िनमार्ण करना, नेतृत्व क�
अगली पंि� िवकिसत करना है ।
ड.) िस्थरता: समुदाय के साथ �णालीगत संबंध बनाना, िव�ीय िस्थरता के िलए �णाली बनाना।
(vi) अपेिक्षत प�रणाम:
क) दूरदश� नेतृत्व: �ितभािगय� को दूरदश� नेतृत्व के मूल मं� और संस्थान� को उत्कृ�ता �ा� करने के िलए
मागर्दशर्न करने म� इसक� महत्वपूणर् भूिमका क� गहन समझ �ा� होगी। �ितभािगय� को एक प�र�े�य �ा�
होगा जो �ि�गत उपलिब्धय� के बजाय संशोिधत संस्थागत और सामुदाियक ल�य� के महत्व पर जोर देता
है।
ख) रणनीितक योजना: �ितभागी संस्थान के दृि�कोण और उ�ेश्य� से मेल खाने वाले ऐितहािसक डेटा के
आधार पर ठोस योजना� को तैयार करने और िनष्पा�दत करने के िलए रणनीितय� म� महारत हािसल
कर�गे।
ग) िनणर्य लेने क� दक्षता: �ितभागी सव��म �था� को समझकर, वास्तिवक जीवन के उदाहरण� का िव�ेषण
करके और डेटा संचािलत दृि�कोण का लाभ उठाकर अपने िनणर्य लेने के कौशल को बढ़ाएंगे।
घ) संगठनात्मक संस्कृित: �ितभागी एक सकारात्मक और समावेशी संगठनात्मक संस्कृित िवकिसत करने,
नवाचार को बढ़ावा देने और िहतधारक� के बीच सहयोग को बढ़ावा देने क� शि� के बारे म� जानकारी
�ाप् त कर�गे।
ड.) प�रवतर्न �बंधन: �ितभािगय� को सफल संगठनात्मक प�रवतर्न पहल� का नेतृत्व करने के िलए आवश्यक
उपकरण� और तकनीक� से प�रिचत कराया जाएगा।
च) िहतधारक जुड़ाव: �ितभागी छा��, कमर्चा�रय�, अिभभावक� और �ापक समुदाय सिहत िविभ�
िहतधारक� के साथ जुड़ने और साथर्क संबंध बनाने क� कला से अवगत ह�गे।
छ) संसाधन जुटाना: �ितभािगय� को संस्थान के आ�थर्क प�रदृश्य से अवगत कराया जाएगा िजसम� बंदोबस्ती
िनिधय�, �भाव िनवेश, वीजीएफ, पीपीपी और सीएसआर जैसे संसाधन जुटाने म� उभरती �था� से
प�रिचत होना शािमल है।
ज) �भावी संचार: �ितभागी �भावी संचार क� कला म� महारत हािसल कर�गे, िजससे वे दूसर� को �े�रत करने,
संघष� को हल करने और सहयोग बढ़ाने म� सक्षम ह�गे।
झ) �ि�गत िवकास और सहनशीलता: �ितभािगय� को स् व-जाग�कता, भावनात्मक बुि�म�ा, सहनशीलता

