Page 20 - MMTTP Guidelines Hindi
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नई िशक्षा नीित का उ�ेश्य सभी छा�� को और ऐितहािसक �प से हािशए पर रहने वाले, वंिचत और कम

                      �ितिनिधत्व वाले समूह� पर िवशेष ध्यान देते �ए गुणव�ापूणर् िशक्षा व् यवस् था �दान करना है, भले ही वे
                      कह� भी िनवास करते ह�।

               (iv)   रा�ीय िशक्षा नीित 2020 के उ�ेश्य� को �ा� करने और छा�� क� िशक्षण अक्षमता� के मु�े को हल करने

                      के िलए, यह आवश्यक है �क िशक्षण अक्षमता� पर िनयिमत क्षमता िनमार्ण कायर्�म का आयोजन
                      िवभन् न �कार क� िशक्षण अक्षमता� का कामकाज देखने वाले संसाधन �ि�य� / िवशेषज्ञ� को
                      शािमल करके �कया जाना चािहए।
               (v)    यह कायर्�म एनआईईपीए, जो एमएमटीटीपी क��� म� से एक है, के माध्यम से संचािलत �कया जाएगा

                      िजनके पास शैिक्षक योजना और �शासन म� िवशेषज्ञता है।





           कायार्न्वयन योजना

               (vi)   एनईपी 2020 क� िसफा�रश� के अनु�प िविश� �दव् यांगता (िशक्षण क� �दव् यांगता सिहत) वाले ब�� को
                      कैसे पढ़ाया जाए, इस बारे म� जाग�कता पैदा करना और ज्ञान सजर्न सभी �कार के िशक्षक कायर्�म का

                      िहस्सा  बनाया  जाना  है।  तदनुसार,  छा��  क�  िविश�  िशक्षण  अक्षमता�  के संदभर् म�  एक  कायर्�म क�
                      प�रकल्पना क� गई है, िजसे �मुख िहतधारक� के क्षमता िनमार्ण के साथ शु� �कया जाना है। पहले च� म�,

                      कायर्�म को 6 महीने क� अविध म� ��यािन्वत �कया जाएगा, िजसम� �मुख िहतधारक� अथार्त संस्थान� के
                      �मुख,  �त्येक  संस्थान  म�  िवभाग�  के  �मुख,  िवभागीय  टीम�,  उ�  िशक्षा  िवभाग,  िशक्षा  मं�ालय,

                      एआईसीटीई, यूजीसी, एनटीए, एनएएसी आ�द, जो भी �ासंिगक हो, के अिधकारी शािमल ह�गे।

               (vii)   कायार्न्वयन क� शु�आत संस्थान� के �मुख� (एचओआई) और �िति�त िहतधारक� के साथ ऑनलाइन मोड
                      म� अिभिवन्यास कायर्�म के साथ होगी। यह स� िविश� िशक्षण अक्षमता� वाले �ि�य� क� �चंता�,

                      उनके िलए समावेशी �णाली बनाने के औिचत्य, नीितय� और िनयामक ढांचे, िवशेष छा�� क� क्षमता का
                      उपयोग करने के तरीक�, वैि�क सव��म �था�, कायर्�म से क� गई अपेक्षा� और �कस �कार कायर्�म

                      ��यािन्वत �कया जाएगा, इस पर क���त होगा।

               (viii)  पूरे कायर्�म के िलए संस्थान� के �मुख� (एचओआई) और अन्य िहतधारक� के साथ जुड़ाव कायम रखा
                      जाएगा, ता�क उन्ह� हर दो महीने म� ऑनलाइन बैठक म� �गित पर चचार् करने के िलए िनयिमत संपकर् म�

                      रखा जाए।

               (ix)   अिभिनव् यास स� के बाद, 'िवभाग� का सु�ाहीकरण' स� संचािलत �कया जाएगा िजसम� एचईआई के

                      िविभ� िवभाग�, जैसे �क �वेश िवभाग, छा�-जीवन या प�रसर-जीवन मामल� के कायार्लय, शैक्षिणक

                      मामल� के कायार्लय, संकाय और परीक्षा कक्ष, आईटी िवभाग एवं कै�रयर और प्लेसम�ट सेल के �मुख� और
                      2 नामां�कत �ि�य� को 2 घंट� का �िशक्षण ऑनलाइन मोड म� �दया जाएगा।


               (x)    िचिहन् त �कए गए शैक्षिणक संस्थान� के िविभ� िवभाग� के �मुख� और 2 नामां�कत �ि�य� के साथ
                      �िशक्षण स�� म� िविश� िशक्षण अक्षमता� वाले �ि�य� क� �चंता� से िनपटने हेतु सु�ाहीकरण, उनके

                      िलए समावेशी �णाली बनाने के औिचत्य, नीितय� और िविनयामक व् यवस् था�, िवशेष छा�� क� क्षमता

                      का उपयोग  करने  के  तरीके,  वैि�क  सव��म  �थाएँ,  कायर्�म  से  अपेक्षाएँ  और  �कस  तरीके  से कायर्�म
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