Page 16 - MMTTP Guidelines Hindi
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8. स्थानीय उ�ोग भागीदार�, स्टाटर्-अप समुदाय या उ�ोग से सेवािनवृ� व् यावसाियक� या अन्य शैक्षिणक संस्थान� के
व�र� संकाय से पांच पयर्वेक्षक� क� एक सूची उपलब् ध कर�। उनक� सहमित ली जा सकती है और उनक� �ोफाइल
और संपकर् िववरण संल� �कए जा सकते ह�। पयर्वेक्षक� के पास उत्पाद िवकास और उ�मशीलता पहल� म� गहन
अंतर-िवषयक िवशेषज्ञता, अनुभव, �व् य कौशल, संकाय का पयर्वेक्षण करने क� क्षमता और �ित वषर् 40 �दन
(छमाही के दौरान �ित स�ाह 1 �दन) का समय देने क� मंशा होनी चािहए।
एचईआई का चयन मानदंड
इस कायर्�म का लाभ उठाने के िलए एचईआई और पीआई/सह-पीआई के िवजन, तत्परता, �ितब�ता और �ितष् ठा के
आधार पर और पयर्वेिक्षत संकाय सदस्य� क� संख्या, सम�थर्त उ�मशीलता टीम� और पोिषत �कए गए छा�� क�
पाइपलाइन के संदभर् म� �ाप् त प�रणाम के आधार पर �स्ताव� का मूल्यांकन �कया जाएगा। चयिनत संस्थान� �ारा
कायर्�म को िनष्पा�दत करने के िलए नोडल क�� के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने ह�गे।
कायर्�म सलाहकार प�रषद
क��ीय क�� का मागर्दशर्न करने के िलए कायर्�म सलाहकार प�रषद होगी िजसे िशक्षा मं�ालय �ारा ग�ठत �कया
जाएगा।
छ) भावी नेतृत्व पोषण कायर्�म
जैसे �क भारत दुिनया म� तेजी से �मुख भूिमका िनभा रहा है, इसिलए उ� िशक्षण संस्थान� (एचईआई) म� छा�� और
संकाय सदस् य�, दोन� म� नेतृत्व िवकास िवकिसत करने क� तत्काल आवश्यकता है। संकाय सदस्य� के िलए नेतृत्व िवकास
न केवल उनम� से कुछ को शैिक्षक नेतृत्व भूिमका� के िलए तैयार करने म� मदद करेगा, बिल्क उन संकाय सदस्य� के िलए
भी आंत�रक लाभ होगा जो नेतृत्व क� भूिमका िनभाने म� �िच नह� रखते ह�, क् य��क उन्ह� अपने स्वयं के शोध और
िशक्षण गितिविधय� म� उत्कृ�ता �ा� करने और अपने छा�� म� नेतृत्व कौशल िवकिसत करने म� सहायता �ाप् त होगी,
िजससे रा� को ठोस और �ापक लाभ िमल�गे।
�िशिक्षत और अनुभवी संस्थागत नेता� क� इस आवश्यकता को रा�ीय िशक्षा नीित (एनईपी) 2020 म� भी रेखां�कत
�कया गया है। इसम� अन्य बात� के साथ-साथ, यह भी उल् लेख �कया गया है :
(i) संकाय क� िवशेषज्ञता को उिचत पुरस्कार, पदो�ित, मान्यता और संस्थागत नेतृत्व म� भूिमका िनभाने के
िलए �ोत् सािहत �कया जाएगा, यहां तक �क �माणप� भी �दया जाएगा।
(ii) उत्कृ� और उत्साही संस्थागत नेता� (लीडसर्) क� मौजूदगी, जो उत्कृ�ता और नव�वतर्न को पोिषत करे,
समय क� मांग है
(iii) उत्कृ� संकाय क� पहचान �ारंिभक तौर पर क� जाएगी और उन् ह� नेतृतव वाले पद� के लैडर के माध् यम से
�िशिक्षत �कया जाएगा।
(iv) उत्कृ� नेता� क� पहचान क� जाएगी और उन् ह� जल्दी िवकिसत �कया जाएगा, जो नेतृत्व वाले पद� के
लैडर के माध्यम से अपना काम कर�गे।
उ�ेश्य
कायर्�म के उ�ेश्य ह�:
(i) ऐसा पा�रिस्थितक� तं� बनाना जो संकाय सदस्य� को उनके कै�रयर के आरंिभक स्तर� पर नेतृत् व कौशल
आत् मसात करने म� सहायता �दान करे ता�क उनके �ि�गत और संगठनात्मक, दोन� ल�य� को �ाप् त
�कया जा सके।
(ii) एक �ापक नेतृत्व िवकास कायर्�म बनाना (सभी स्तर� पर सभी संकाय� के िलए)।

