Page 8 - MMTTP Guidelines Hindi
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2.    िशक्षक संपकर् कायर्�म    12 (या पीएबी पीठ
                                                                   ऑफलाइन           150-200          150-200
                                                �ारा िनधार्�रत)

                3.    भावी नेतृत् व पोषण कायर्�म     25            ऑफलाइन              30              750

                4.    िविशष् ट  िशक्षण  अक्षमता�  पर
                                                     12             हाइि�ड            210             2400
                    क्षमता िनमार्ण कायर्�म

                5.    अकादिमक नेतृत् व कायर्�म       4             ऑफलाइन              25              100

             टे टेबल  के �कार  1


           7.1 क) एनईपी अिभिवन् यास और संवेदनशीलता  कायर्�म

            कायर्�म का संचालन:

            एनईपी अिभिवन् यास और संवेदनशीलता कायर्�म सभी एमएमटीटीसी क��� �ारा ऑनलाइन मोड म� आयोिजत �कया
            जाएगा। ल�य तीन वष� (2023-24 से 2025-26) म� लगभग 15 लाख संकाय सदस्य� तक प�ंचने का है। इसका उ�ेश्य

            रा�ीय िवशेषज्ञ� �ारा आठ िवषय� पर संवेदनशीलता और अिभिवन्यास �दान करना है। कायर्�म पूरा होने के उपरांत,
            �ितभािगय� को एक ऑनलाइन �माणप� �ा� होगा।

            कायर्�म क� अनुसूची:

            एनईपी अिभिवन् यास एवं संवेदनशीलता कायर्�म दो स�ाह क� अविध म� 8 �दन� का होगा, िजसम� �ित �दन दो

            लाइव ऑनलाइन स� (�त्येक 90 िमनट) ह�गे। �ितभािगय� को �त्येक थीम स�  म� 5 ��� के साथ अगले स�ाह
            एमसीक्यू पूरा करना होगा।

            मूल्यांकन का िवकल् प संसाधन �ि� �ारा चुना जा सकता है, जो ज�री नह� �क केवल एमसीक्यू �ा�प म� हो।

            िजम्मेदा�रयाँ:


            एमएमटीटीसी:  एमएमटीटीपी  पोटर्ल  के  माध्यम  से  �ितभािगय�  के  पंजीकरण  क�  िनगरानी  रखना,  उपिस्थित  क�
            िनगरानी रखना, मूल्यांकन पूरा करने क� िनगरानी करना और एमएमटीटीपी पोटर्ल (https://mmc.ugc.ac.in/)
            के माध् यम से �ितभािगय� का सत् यापन करना।


            संसाधन �ि�: 90 िमनट क� �स्तुित/वातार् �स् तुत करना, स� योजना को साझा करना और एमएमटीटीसी* के साथ
            अि�म �प से  5 एमसीक्यू का �स् तुतीकरण करना।

                      *  उपयु�  उपकरण�  सिहत  एलएमएस  के  साथ  एक  क��ीकृत  तकनीक�  मंच  िवकिसत  करना  िजसका

                      उपयोग औपचा�रक और अनौपचा�रक वातार्, सहकारी और सहयोगात्मक रणनीितय� के साथ-साथ एक
                      अिभनव मंच के िलए �कया जा सकता है।



             िवषय (थीम् स) :


                        सम� एवं ब�िवषयक िशक्षा
                        भारतीय ज्ञान �णाली और ब�भाषावाद

                        शैक्षिणक नेतृत्व, शासन और �बंधन
                        उ� िशक्षा और समाज
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